प्रेस मीडिया लाईव्ह :
अहमदनगर (खयाल असर मालेगांवी)अहमदनगर के बाराबली में इस्थित मदरसा जामिया मोहम्मदिया के द्रस्टीयों ने मराठा मोर्चा में शामिल लोगों में 25 हजार से ज्यादा खाने के पैकेट पूरी+ भाजी और मसाला चावल तकसीम किए. इस नेक काम में मदरसे के ट्रस्टी, टीचर्स और स्टूडेंट्स ने 24 घंटे काम किया.मराठा लीडर मनोज जरांगे पाटिल मराठों को रिज़वेशन दिलाने के एक विशाल रैली का अंतरावली से मुंबई तक का आयोजन किया है.
ये रैली जब अहमदनगर पहुंची तो बाराबली के मदरसा जामिया मोहम्मदीया के ज़ीम्मेदारों ने उन के रहने और खाने का इंतेजाम किया. इस के लिए मदरसे के ट्रस्टी, टीचर्स और स्टूडेंट्स ने मराठा आंदोलनकारियों का शाहाना इस्तेकबाल किया और उन की खूब महमान नवाजा की. मदरसे के ट्रस्टी, टीचर्स और स्टूडेंटस के अलावा शहर के मुखैय्यार हजरात के ताऊन से 25 हजार पूरी - भाजी, मसाला चावल के पैकेट तय्यार किए गये जिसे मदरसे के 35 टीचर्स और 250 से ज्यादा स्टूडंटस् ने अपने हाथों से तकसीम किया. महीला आंदोलनकारियों के लिए मदरसे में ही अलग इमारत में इंतेजाम किया गया था जिन की खिदमत ट्रस्टी और टीचर्स के घर की औरतों ने कीया. मदरसे के ट्रस्टी मतीन सय्यद ने बताया के मदरसे के इहाते में भगवा झंडा लगान की इजाजत दी गई. इसी तरह मराठा रिजर्वेशन आंदोलन में शामिल लोगों के लिए मुसलमाना की जानिब से पानी की बोतल और शरबत भी तकसीम किया गया. उन्होंने कहा के रिजर्वेशन पर कुछ लीडरों के भडकाव भाषण से दोनों समुदाय में दरार बढ़ रही है. इस के बावजूद मुसलमानो का ये मदरसा दोनों में प्यार,मोहब्बत,एकता और अखंडता बनाने में मददगार साबित होगा.
सोशल मीडिया पर मदरसे की खिदमात को खूब राराहा जा रहा है. इस मौके पर मनोज जरांगे पाटिल ने मुसलमानो का शुक्रिया अदा किया "अहमदनगर के मुसलमानों ने हमें अच्छा सहयोग दिया इसी तरह मराराष्ट्र के मुसलमान भाई भी हमारे साथ है. हर किसी को अपने धर्म पर गर्व है हम समझते के हमें एक दूसरे का आदर और एहतेराम करना चाहिए सुशी की बात है के मुसलमानों ने ये कर दिखाया. मनोज जरांगे पाटिल अहमदनगर के बाराबली मदरसे में कयाम के बाद मुंबई रवाना होते हुए मुसलमानों की मेहमान नवाजी पर खुशी का इजहार करते हुए फिर एक बार शुक्रिया अदा किया.