पुणे (मोहम्मद जावेद मौला) :
अंजुमन खैरुल इस्लाम पूना कॉलेज में बुध 17 अकतोबार 2013 को दोपहर 4 बजे यौमे उर्दू के मौके पर ज्युनियर कॉलेज उर्दू डिपार्टमेंट के जरिए बयाद सर सय्यद अहमद खान और अल्लामा इकबाल लेक्चर का आयोजन किया गया था. इस मौके पर ज्युनियर कॉलेज वॉइस प्रिंसिपल प्रोफेसर इम्तियाज़ आगा, प्रोफेसर शाहिद जमाल, डॉ. रफीफ सय्यद , प्रोफेसर नाज सय्यद, प्रोफेसर नसीमा खान और कसीर तादाद में स्टूडंट्स मौजूद थे.
अल्लामा इकबाल की शख्सियत पर अपने ख्यालात का इजहार करते हुए प्रोफेसर मिरजा आसिम बेग ने कहा "अल्लामा इकबाल इल्हामी शायर थे उनका पैग़ाम काईनाती है उन के कलाम मे तौहीद, रिसालत और इश्के कुरआन का रूहानी पैगाम पूरी उम्मते मुस्लिमा के लिए है. असोसिएट प्रोफेसर उर्दू डिपार्टमेंट डॉ. अब्दुल बारी ने सर सय्यद खान की हयात व खिदमात पर रोशनी डालते हुए कहा "सर सम्मद मुसलमानों को अंग्रेजी और जदीद तालीम से जोड़ने के लिए तालीमी तहरीक जो अलीगढ़ के नाम से मशहूर है शुरू की, तहजीबुल अख्लाक अखबार जारी किया और अस्बाबे बगावत किताब लिखी उन्होने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी बना कर कौम को दीगर अक्वाम के साथ तालीम हासिल करने का मौका फराहम किया. "असद अली की तिलावते कुरआन से प्रोग्राम का आगाज़ हुवा, उस्तादे उर्दू गुलाम अहमद ने निजामत की प्रोफेसर इम्तियाज़ आगा ने रस्मे शुक्रिया अदा किया ..